Monday 28 July, 2008

है कोई खरीदने वाला


है कोई खरीदने वाला
हर चीज़ यहाँ बिकती है


भ्रष्टाचार लाख रोको
पर कहाँ रुकती है।

घुस लेते पकड़े गये तो
घुस देकर छूट जाते हैं,
भाव कम मिला तो
"साहब" रुठ जाते है।

सेल लगी है फ्री का आफर भारी है,
बेंगलोर,अहमदाबाद अब किसकी बारी है,

मौत अगर खरीदना है
तो एक के साथ दस फ्री है "साहब",
बाकी बिकाऊ चिजों पर
डिस्काउंट आफर लगी है "साहब"।